Third Year International Business 20 Prashn

Third Year International Business 20 Prashn

 

Third year International Business 20 prashn For all universities of Madhya Pradesh



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                          नवीनतम पाठ्यक्रम




इकाई-एक

अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय का परिचय अवधारणा, आवश्यकता एवं महत्त्व। वैश्वीकरण एवं इसका विश्व की अर्थव्यवस्था में महत्त्व। अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय बनाम घरेलू व्यवसाय। अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय की जटिलताएं। अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय में प्रवेश के तरीके। अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय पर्यावरण, राष्ट्रीय और विदेशी वातावरण और उनके घटक, आर्थिक सांस्कृतिक, राजनीतिक और कानूनी वातावरण।



इकाई-दो 

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के सिद्धान्त निरपेक्ष लाभ सिद्धान्त, तुलनात्मक लाभ सिद्धान्त, कारक अनुपात सिद्धान्त और लियोनटैफ विरोधाभास, उत्पाद जीवन चक्र सिद्धान्त, राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धात्मक लाभ सिद्धान्त। प्रशुल्क और गैर प्रशुल्क बाधाएं। भुगतान संतुलन खाता और उसके घटक ।



इकाई-तीन

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय वातावरण विदेशी विनिमय बाजार, स्पॉट मार्केट, स्पॉट रेट कोटेशन, विड आस्क स्प्रेड, स्पॉट मार्केट में व्यापार, क्रॉस एक्सचेंज रेट, वायदा बाजार, वायदा दर, दीर्घ एवं अल्पकालीन वायदा स्थिति, वायदा प्रीमियम और बट्टा आरबीट्रेज, हेजिंग और स्पैक्यूलेशन। विनिमय दर प्रणाली के प्रकार-स्थायी एवं चल, सॉफ्ट पेग, क्राउलिंग पेग, फ्री फ्लोट, मैनेज्ड फ्लोट। विदेशी विनिमय जोखिम एवं एक्सपोजर। विनिमय दरों का निर्धारण-विनिमय दरों के प्रकार, विनिमय दरों को प्रभावित करने वाले कारक, सापेक्ष मुद्रास्फीति दर, ब्याज दर, सापेक्ष ब्याज दर, सापेक्ष आय स्तर, सरकारी नियंत्रण एवं अपेक्षाएं।


इकाई-चार 

भारत में विदेशी व्यापार- संवर्धन, उपाय और संगठन, विशेष आर्थिक क्षेत्र और निर्यात उन्मुख इकाइयाँ (100 प्रतिशत निर्यात उन्मुख इकाइयों सहित)। विदेशी विनियोग- अवधारणा, प्रकार एवं प्रभाव, भारतीय परिवेश में विदेशी विनियोग।

विदेशी व्यापार में अर्थ प्रबन्धन एवं भुगतान की शर्तें व्यापार वित्त के साधन (बैंक, फैक्टरिंग, फोरफिटिंग बैंकर्स और कॉरपोरेट गारंटी) और भुगतान के तरीके (अग्रिम में रोकड़, साख पत्र, अभिलेख संग्रह, खुले खाते)।



इकाई-पाँच 

क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण- क्षेत्रीय एकीकरण के रूप से यूरोप, उत्तरी अमेरिका और एशिया के देशों के बीच एकीकरण के प्रयास। यूरोपीय संघ, नाफ्टा, सार्क और आसियान।
अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संगठन विश्व व्यापार संगठन, अंकटाड, विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष।



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