Second year Principles of Management 20 prashn For all universities of Madhya Pradesh
20 prashn details :- 👇
नवीनतम पाठ्यक्रम
इकाई-एक
प्रबंध की अवधारणा/अर्थ- परिभाषा, प्रकृति, कार्य, प्रक्रिया, क्षेत्र और प्रबंधन का महत्व, प्रबंधन में वैदिक मूल्यों और नैतिकता की भूमिका, प्रबंधन और प्रशासन के बीच अंतर, प्रबंधन में मूल्यों और नैतिकता का महत्व। प्रबंधको के और विशेषताएं प्रबंधन का विकास विचार, टेलर और वैज्ञानिक प्रबंधन गुण : प्रारंभिक योगदान- फेयोल का प्रशासनिक प्रबंधन, कर्मचारी तंत्र, मानवीय संबंध और आधुनिक दृष्टिकोण, प्रबंधकीय नैतिकता ।
इकाई-दो
नियोजन- अर्थ, प्रकृति, क्षेत्र, उद्देश्य, कार्य और नियोजन का महत्त्व, तत्त्व और नियोजन के चरण, रणनीतियाँ और नीतियाँ।
संगठन- अर्थ, परिभाषा, प्रकार, क्षेत्र, सिद्धान्त, रेखा और कर्मचारी संबंध, प्रधिकार, केन्द्रीकरण और विकेन्द्रीकरण। प्रभावी संगठन, संगठनात्मक संरचना, स्टाफिंग । निर्णयन- अर्थ, परिभाषा, प्रकार, क्षेत्र, सिद्धान्त, निर्णयन ।
इकाई-तीन
निर्देशन और समन्वय- निर्देशन का अर्थ और परिभाषा, निर्देशन का महत्त्व और सिद्धान्त, निर्देशन की तकनीक, पर्यवेक्षण का अर्थ, समन्वय का अर्थ, समन्वय के तत्त्व और विशेषताएं, समन्वय का महत्त्व, सहयोग और समन्वय । प्रभावी समन्वय के लिए कदम, संघर्षो का प्रबंधन।
इकाई-चार
अभिप्रेरण और नेतृत्व- अभिप्रेरण अवधारणा,कर्मचारी प्रेरणा के रूप, अभिप्रेरण की आवश्यकता। अभिप्रेरण के सिद्धान्त । नेतृत्व- एक नेता का अर्थ और कार्य, प्रभावी नेतृत्व के लक्षण, नेतृत्व के प्रकार और सिद्धान्त और नेतृत्व शैली ।
इकाई - पाँच
नियंत्रण- परिभाषा, अर्थ, तत्त्व, महत्त्व, नियंत्रण प्रक्रिया, नियंत्रण के प्रकार, नियंत्रण तकनीक, अच्छी नियंत्रण प्रणाली की आवश्यकताएं। उत्तरदायित्व लेखांकन ।
PERT और CPM, प्रबंधन नियंत्रण में कम्प्यूटर और IT का उपयोग।
इकाई - छः
प्रबंधन में उभरती प्रवृत्तियाँ- मूल अवधारणा- कुल गुणवत्ता प्रबंधन, संकट/ आपदा प्रबंधन, वैश्विक व्यवहार, परिवर्तन प्रबंधन, संभार तंत्र प्रबंधन।