Second year Entrepreneurship Development 20 prashn




Second year Entrepreneurship Development 20 prashn For all universities of Madhya Pradesh




20 prashn details :- 👇



                           

                         नवीनतम पाठ्यक्रम




इकाई-एक     उद्यमिता विकास


(i) संकल्पना, उद्यमियों के प्रकार और महत्त्व, आर्थिक विकास में उद्यमियों का योगदान, नये उद्यम स्थापना की प्रक्रिया। 
(ii) आवश्यकता, समस्या, चुनौतियाँ और समाधान- महिला उद्यमिता एवं ग्रामीण उद्यमिता। 
(iii) रिपोर्ट तैयार करना- लघु उद्योगों का भ्रमण करने के पश्चात उसकी रिपोर्ट तैयार करना।


इकाई-दो     व्यवसाय विचारों के स्रोत और व्यवहार्यता का परीक्षण


(i) नए उद्यम स्थापित करने का विचार, नवाचार बनाम रचनात्मकता।
(ii) व्यवसाय योजना लिखने का महत्त्व। परियोजना प्रस्ताव; व्यापार योजना की सामग्री/परियोजना प्रस्ताव/डीपीआर (विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन)।
(iii) परियोजना जमा/प्रस्तुत करना एवं बाहरी एजेन्सियों द्वारा उनका मूल्यांकन जैसे- वित्तीय और गैर वित्तीय संस्थान।


 इकाई-तीन      नियामक संस्थाएं एवं योजनाएं


(i) नियामक संस्थाओं की भूमिका : सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग; जिला उद्योग केन्द्र, खादी और ग्रामोद्योग आयोग; राष्ट्रीय लघु उद्योग निगमः भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक।
(ii) स्टार्ट अप विचारों में स्वयं सहायता समूहों, व्यापार इन्क्यूबेटरों, द्रुत निवेशकों, साहस पूँजी और निजी इक्विटी फण्ड की अवधारणा, भूमिका एवं कार्य।






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